Harihar Fort Nashik History In Hindi आपने देश में ऐसे कई किले देखे होंगे जो बहुत ही खूबसूरत और ऐतिहासिक है पर क्या आप जानते है देख में ऐसे किला मौजूद है, जो एडवेंचर की दृस्टि से बहुत ही जाना जाता है| आज इस पोस्ट में हम बात कर रहे है हरिहर किले के बारे में | Harihar Fort ऐतिहासिक किले में से एक है इसका परिचय जानकर आप उसकी कलात्मकता से आश्चर्यचकित हो जायेंगे | मगर आपके लिए यह किला दीखने में आपके लिए खतरनाक होगा और उससे ज्यादा यहां पर आपको रोमांच देखने को मिलेगा। हरिहर के किले में जब आप जायेंगे तो आपकी सांसे थम जाएगी, पर साथ हिसाथ आपकी मंजिल तक पहुंचने की आपकी ख्वाहिश और भी बढ़ने लगेगी, तो ज्यादा बाते न करके आइये हम आपको इस किले के बारे में बताते है, जिसे जानकर आप भी दांग रह जायेगे|
Harihar Fort Trek
हर्षगड का पहाड़ महाराष्ट्र के नासिक जिले के कसारा से 60 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है | इस पहाड़ की चोटी पर स्थित किले को हर्षगढ़ किले या हरिहर किले के नाम से भी जाना जाता है। इस किले की चढ़ाई को हिमालय के MOUNTAINEER के द्वारा दुनिया का सबसे खतरनाक ट्रैक में से एक माना जाता है। यह पहाड़ नीचे से देखने पर चौकोर आकर का दिखाई देता है, मगर इस पहाड़ का शेप प्रिज्म के आकर के जैसा है। हरिहर का किला दो तरफ से 90 डिग्री पर सीधा है और यह तीसरी तरफ से 75 की डिग्री पर स्थित है। वही Harihar Fort 170 मीटर पहाड़ी की की ऊंचाई पर बना है।
आपको बता दे की हरिहर किले पर चढने के लिए 117 सीढियां बनी हैं जो की एक मीटर चौड़ी है । इसका ट्रेक चिमनी के स्टाइल में है, हरीहरी किले की लगभग 50 सीढियों की चढ़ाई के बाद इस किले का मुख्य द्वार या महादरवाजा आता है, आज भी यह दयवाजा बहुत अच्छी स्थिति में है | हरिहर किले (Harihar Fort )के महारवाजा चढ़ने के बाद इसके आगे की सीढियां एक चट्टान के अंदर से होकर गुजाति है, और इन सीढ़ियों से आप किले के शीर्ष पर पहुंच जाते है | यह मार्ग बहुत ही रोमांचक है |

हरिहर किले स्थित मंदिर
इसमें हनुमान जी और भगवान शिव के छोटे मंदिर भी स्थित हैं। वहीं पर इस मंदिर के पास एक छोटा तालाब भी है, इस तालाब में पानी इतना साफ है कि इसे बरसात के दिनों में पीया जा सकता है। इसके आगे जाने पर आपको एक दो कमरों वाला छोटा सा महल दिखाई देता है, इस महल मे 10-12 लोग आसानी से रुक सकते हैं।
हरिहर किले के शीर्ष पर से बासगढ़ किला, ब्रह्मा हिल्स का यहाँ से खूबसूरत नजारा आसानि से देखा जा सकता है। अगर यहाँ का मौसम साफ हो तो इसके दक्षिण में स्थित अवध-पट्टा, कालासुबई रेंज को भी देख सकते है यहाँ उत्तर में सातमाला, शैलबारी रेंज भी स्थित है | जिससे यह दिखाई देता है यह किला वैतर्ना रेंज पर है।
कैसे पहुंचे
निरगुड़पाड़ा गांव से इसका ट्रैक पहाड़ का बेस में शुरु होता है, यह त्रियंबकेश्वर से 22 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है और नासिक से 45 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। Harihar Fort Inside के पर सबसे पहले ट्रैकिंग 1986 में डग स्कॉट (पर्वतारोही) के द्वारा की गई थी इसलिए इसको स्कॉटिश कड़ा भी कहा जाता है | इसको पूरा करने में करीब उन्हें दो दिन का समय लगा था।